काकोलत (Kakolat Waterfall) बिहार के नवादा जिला में स्थित एक प्रसिद्ध झरना और एक टूरिस्ट स्पॉट है। इसका नाम काकोलत पड़ा क्योंकि ये काकोलत पहाड़ी पर स्थित है। Kakolat ka jharna तकरीबन 150 फ़ीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है और एक जलाशय बनाता है। काकोलत का झरना और जलाशय दोनों ही लोगों द्वारा आसानी से देखा और जाया जा सकता है। कई लोग झरने के नीचे खड़े रहकर तो कई जलाशय में इसका मज़ा लेते हैं। काकोलत का झरना ठन्डे पानी का झरना है। इस लेख में हम आपको kakolat ke jharna के बारे में अवगत कराएँगे।
Kakolat Ke Jharna की महत्वपूर्ण बातें
नाम | काकोलत जलप्रपात |
अन्य नाम | kakolat falls ektara bihar |
पता | नवादा जिला, बिहार |
ऊंचाई | 46 Metres |
श्रेणी | बिहार में देखने योग्य जगह |
कितने ऊपर से गिरता है | 160 Feet |
किस पहाड़ी पर स्थित है | काकोलत की पहाड़ी |
Kakolat Waterfall प्रवेश शुल्क | ककोलत जलप्रपात के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। |
खुलने का समय | 6 AM से 5 PM |
Kakolat Waterfall का ऐतिहासिक महत्व
पौराणिक कथाओं के हिसाब से क्षेत्र में एक राजा हुआ करता था जिसको एक संत ने श्राप दिया था की वह सांप बनकर काकोलत जलप्रपात में रहेगा। वह राजा वहां पर सांप बनकर रह रहा था। जब पांडव अपने निष्कासन काल में वनवास के दौरान वहां पहुंचे तब उन्होंने इस राजा को इसके श्राप से मुक्त किया था। इससे मुक्त होने के बाद राजा ने यह वरदान दिया की जो भी व्यक्ति इस कुंड में या काकोलत जलप्रपात में स्नान कर लेगा उसका कभी भी सांप के रूप में पुनर्जन्म नहीं होगा। इस मान्यता के अनुसार कई श्रद्धालु काकोलत जलप्रपात आते हैं।
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काकोलत जलप्रपात कैसे पहुंचे | Kakolat Falls Location
काकोलत जल प्रपात बिहार और झारखण्ड की सीमा के निकट दक्षिण बिहार के नवादा जिले में स्थित है। यह नवादा शहर से 32.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक पहुँचने आपको कुछ उबड़ खाबड़ सडकों का सामना करना पड़ सकता है। ककोलत जलप्रपात बिहार की राजधानी पटना से रोड के जरिये 140 किलोमीटर दूर है। इस दूरी को तय करने में आपको चार से साढ़े चार घंटे का समय लग सकता है। यहाँ पर आप गया स्टेशन के जरिये भी पहुँच सकते हैं। गया स्टेशन से काकोलत फॉल जाने में आपको दो घंटे का समय लग सकता है।
Festivals Held near Kakolat Falls | ककोलत जलप्रपात के पास आयोजित होने वाले उत्सव
काकोलत जलप्रपात के आस पास कई धार्मिक उत्सव मनाये जाते हैं। इन उत्सवों में वैसाखी या चैत संक्रांति मुख्य त्यौहार हैं। इस दिन आसपास के क्षेत्र में काफ़ी भीड़ होती है। कई श्रद्धालु कुंड में इस दिन स्नान भी करते हैं।
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निष्कर्ष / Conclusion
क्षेत्र में कई हाईकिंग करने वाले इलाके हैं, और आगंतुक झरने के आधार पर बने जलकुंड में स्नान भी करते हैं। बाकि सुप्रसिद्ध झरनों की अपेक्षा काकोलत पहुँचने में सुगम है। श्रद्धालु आस पास के क्षेत्रों में कुछ मंदिरो के दर्शन भी करते हैं। हालाँकि काकोलत जलप्रपात कई मामलो में एक सुकून भरा अनुभव देता है लेकिन यहाँ जाने पर सावधानियों को दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए। चूँकि यह एक फिसलन वाली उबड़ खाबड़ जगह है इसलिए लोगों को ख़ास सावधानी बरतनी चाहिए। यहाँ पर भीड़ का भी जमावड़ा होता है इसलिए जलाशय या कुंड में भी सावधानी से स्नान करना चाहिए। सावधानी बरतते हुए आप काकोलत जलप्रपात का अत्यधिक आनंद ले पाएंगे और आपका यह सुखद अनुभव रहेगा।
काकोलत जलप्रपात FAQ
काकोलत जलप्रपात बिहार के किस जिले में स्थित है?
काकोलत जलप्रपात बिहार के नवादा जिले में स्थित है.
Kakolat Falls झरना कितनी ऊंचाई से गिरता है?
काकोलत का झरना की ऊंचाई से गिरता है.
काकोलत जलप्रपात पटना से कितनी दूरी पर स्थित है?
काकोलत पटना से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
काकोलत झरने का पानी ठंडा है या गरम?
काकोलत जलप्रपात अपने ठन्डे पानी के लिए जाना जाता है.