अटल वयो अभ्युदय योजना 2023 जिसे अव्यय के नाम से भी जाना जाता है, वरिष्ठ नागरिको (senior citizens) के लिए केंद्र सरकार द्वारा लायी गयी योजना है। जब व्यक्ति वृद्धावस्था की ओर जाता है तब उसके काम करने की क्षमता में कमी आने लगती है और ज़रूरतें बढ़ने लगतीं हैं। ऐसे में अगर कोई भी बुनियादी सुविधाओं जैसे की आश्रय, भोजन, चिकित्सकीय देखभाल आदि की कमी हो जाये तो वृद्धावस्था में व्यक्ति की तकलीफ और बढ़ जाती है। इसीको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने Atal Vayo Abhyuday Yojana की शुरुआत की है जिससे की देश के वरिष्ठ नागरिकों को इन बुनियादी सुविधाओं का लाभ पहुँचाया जा सके। इस पोस्ट में हम आपको इस योजना से जुड़ी सारी जानकारी से अवगत कराएँगे।
अटल वयो अभ्युदय योजना एक नज़र में
योजना का नाम | अटल वयो अभ्युदय योजना- अव्यय |
पुराना नाम | नेशनल एक्शन प्लान फॉर सीनियर सिटीजन (NAPSrC) |
किस डिपार्टमेंट द्वारा | सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट |
किस मिनिस्ट्री द्वारा | सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट |
लाभार्थी | भारत के वरिष्ठ नागरिक |
योजना का प्रकार | केंद्र प्रायोजित |
श्रेणी | Scheme/ योजना |
ऑफिसियल वेबसाइट | msje.gov.in socialjustice.nic.in |
Atal Vayo Abhyuday Yojana Kya Hai
अटल अभ्युदय योजना देश के वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण और भलाई के लिए भारत सरकार द्वारा बनायीं गयी योजना है। देश में बुजुर्गों या वरिष्ठ नागरिकों की तादाद दिन पर दिन अधिक हो रही है। जनगणना 2011 के हिसाब से देश में वरिष्ठ नागरिको की संख्या 10.38 करोड़ थी। भारत और राज्यों के लिए जनसंख्या अनुमानों पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट (2011-2036) के अनुसार भारत में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या 2011 में 10.38 करोड़ से बढ़कर 2036 में 23 करोड़ होने का अनुमान है। वरिष्ठ नागरिकों का प्रतिशत कुल जनसंख्या के मुकाबले 8.4% से बढ़कर 14.9% होने की उम्मीद है।
पिछले कुछ वर्षों में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में सुधार, वरिष्ठ नागरिकों की जनसंख्या के निरंतर वृद्धि का एक मुख्य कारण है। यह सुनिश्चित करना कि वे न केवल लंबे समय तक जीवित रहें, बल्कि एक सम्मानित, उत्पादक जीवन और सुरक्षित जीवन व्यतीत करें एक बड़ी चुनौती है। भारत के पारम्परिक रिवाज में घर के वरिष्ठों का ख्याल रखना एक अच्छा संस्कार माना जाता है। हालाँकि नए ज़माने में संयुक्त परिवार का ढांचा टूट कर एकल परिवारों में सिमटता जा रहा है। इसकी वजह से घर के बुजुर्ग अक्सर उनके परिवारों द्वारा उपेक्षित हो जाते हैं जिसकी वजह से उन्हें भावनात्मक, शारीरिक और वित्तीय सहायता की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पता चलता है कि बुढ़ापा एक बड़ी सामाजिक चुनौती बन गया है, और बुजुर्गों की आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने की जरूरत है। इसके लिए एक सामाजिक परिवेश बनाने की ज़रुरत है जो बुजुर्गों की जरूरतों के अनुकूल और संवेदनशील हो।
Atal Vayo Abhyuday Yojana का उद्देश्य
अटल वयो अभ्युदय योजना 2023 अव्यय का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना है। इस योजना के ज़रिये ग़रीब वरिष्ठ नागरिकों को निम्नलिखित सुविधाएँ उपलब्ध कराना है:
- आश्रय,
- भोजन,
- चिकित्सा,
- मनोरंजन के अवसर,
- वित्तीय सुरक्षा,
- स्वास्थ्य देखभाल,
- पोषण,
- देखभाल जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना,
- गरीब वरिष्ठ नागरिकों को ये सारी सुविधाएँ मुफ्त में प्रदान करना,
- वरिष्ठ नागरिकों को सक्रियता बनाये रखने में प्रोत्साहित करना,
- जीवन और संपत्ति की सुरक्षा
- वरिष्ठ नागरिकों का कौशल विकास
- अभिगम्यता, परिवहन और आयु के अनुकूल वातावरण
- क्षमता निर्माण
- सिल्वर इकोनॉमी को बढ़ावा देना- सिल्वर इकॉनमी में वे सभी आर्थिक गतिविधियां, उत्पाद और सेवाएं शामिल हैं, जिन्हें 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- सरकार सुलभ स्थानों पर उतनी संख्या में वृद्धाश्रमों की स्थापना और रख-रखाव कर सकती है, जितनी वह आवश्यक समझे
वरिष्ठ नागरिकों के लिए अन्य सहायक योजनाएं
राष्ट्रीय वयोश्री योजना
Rashtriya Vayoshri Yojana (RVY) गरीबी रेखा से नीचे और परिवार की आय 15,000/- प्रति महीना रुपये से अधिक नहीं होने वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए शारीरिक सहायता और सहायक जिवंत उपकरण प्रदान करने की योजना है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए पोषण अभियान
बुजुर्गों में पोषण संबंधी मानक, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत कम हैं जिससे उनकी प्रतिरक्षा का स्तर कम हो जाता है। यह समस्या गरीब और बेसहारा बुजुर्गों में बेहद चिंताजनक है। यदि उन्हें दोपहर में कम से कम एक पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाएगा, तो उनके जीवन की गुणवत्ता में अत्यधिक वृद्धि होगी। इसलिए निराश्रित बुजुर्गों के लिए पोषण अभियान प्रस्तावित किया गया है।
निष्कर्ष
अटल वयो अभ्युदय योजना- अव्यय के तहत एक आदर्श समाज की स्थापना करने में सहायता मिलेगी। एक आदर्श समाज ऐसा समाज होता है जिसमे वरिष्ठ नागरिक स्वस्थ, सुखी, सशक्त, गरिमामय और आत्मनिर्भर जीवन व्यतीत कर सकें। ऐसा तभी संभव हो सकता है जब सभी वरिष्ठ नागरिकों को पर्याप्त भोजन, पानी, आश्रय, कपड़े, स्वास्थ्य देखभाल, वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा, भोजन, आवश्यक अवसर और संसाधन प्रदान किया जाये। इसके अलावा सरकार की अधिनियम और नीतियों के बारे में जागरूकता पैदा करके प्रबुद्ध समाज की स्थापना के लिए लोगों के बीच व्यवहारिक परिवर्तन लाया जा सकता है जिससे एक प्रबुद्ध समाज जिसमें वरिष्ठ नागरिक सक्रिय, संरक्षित और उत्पादक जीवन जीने में सक्षम हो सकें।
FAQ Atal Vayo Abhyuday Yojana
अटल वयो अभ्युदय योजना का दूसरा नाम क्या है?
अटल वयो अभ्युदय योजना का दूसरा नाम है ‘अव्यय’
अटल वयो अभ्युदय योजना किनके लिए बनाया गया है?
अटल वयो अभ्युदय योजना देश के गरीब और बेसहारा बुजुर्गों के लिए बनाया गया है।
वृद्धाश्रम बनाने के लिए सरकार के पास क्या प्रावधान है?
वृद्धाश्रम बनवाने और बुजुर्गों के देखभाल के लिए सरकार के पास माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007 की धारा 19 और 20 के तहत कार्य करने की क्षमता है।
इसमें वर्णन किये गए गरीब बुजुर्ग या वरिष्ठ नागरिक से क्या तात्पर्य है ?
इस खंड के प्रयोजनों के लिए, “निर्धन या गरीब बुजुर्ग” का अर्थ किसी भी वरिष्ठ नागरिक से है, जिसके पास खुद को बनाए रखने के लिए समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पर्याप्त साधन नहीं हैं।