हाल ही में, टाटा मोटर्स ने दो अलग इकाइयाँ बनाने के लिए एक डिमर्जर योजना को मंजूरी दी है. एक वाणिज्यिक वाहनों और संबंधित निवेशों के लिए, और दूसरी यात्री वाहनों के लिए.
बेहतर वित्तीय स्थिति और टाटा की गाड़ियों की सकारात्मक मांग के कारण टाटा मोटर्स के शेयर में जोरदार तेजी देखी गई।
पिछले महीने में,टाटा मोटर्स के स्टॉक में 11% से अधिक की वृद्धि हुई है, तीन महीनों में 45% से अधिक और पिछले वर्ष में 140% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई है।
एक विशिष्ट समय पर, टाटा मोटर्स के शेयर बीएसई पर 4.78% बढ़कर ₹1,034.40 पर कारोबार कर रहे थे।
टाटा मोटर्स के दो वर्गों में कमर्शियल गाड़ियों जैसे की बस, ट्रक इत्यादि का ग्राहकों के बीच काफी मांग रहती है. समय के साथ टाटा सुरक्षा और तकनीक में कोई कोताही नहीं बरतती.
पैसेंजर गाड़ियों में टाटा मोटर्स ने पिछले कुछ सालों में काफी उन्नती की है. टाटा मोटर्स ने बाज़ार में नए मॉडल्स के साथ साथ उनके फीचर्स और स्टार सेफ्टी पर भी खूब ध्यान दिया है.